भारत के बैंको के लिए छोटे बिज़नेस बहुत ही मूलयवान होते है। नियामक द्वारा सभी पतिबन्धों में ढील देने के बाद HDFC बैंक ने ये निर्णय लिया है की मर्चेंट लोन को आगे बढ़ाने के लिए mom-and-pop stores के लिए एक app बनाने का फैसला किया है।
बैंक हर महीने ₹1000 करोड़ रूपए मर्चेंट लोन में देखता है और बैंक इस रन रेट को 3 गुना बढ़ाना चाहता है। HDFC बैंक एक एप्लीकेशन “AutoFirst” भी लांच करेगा जिसके जरिये पूरी तरह automated लोन की पेशकश कर सके। HDFC बैंक country head-payments, पराग राव ने इंटरव्यू में कहा “हम सबसे परफेक्ट प्रोडक्ट के लांच करने का इंतज़ार नहीं करना चाहते, हम एक minimum viable प्रोडक्ट तैयार करेंगे और फिर ऑफर्स को अपग्रेड करेंगे।”
पहले से ही अपने पायलट चरण में व्यापारियों के लिए ‘SmartHub Vyapar programme’ जल्द ही शुरू किया जायेगा। ये एक ऐसा ऐप है जो सभी पेमेंट प्लेटफॉर्म्स जैसे, ‘कार्ड, UPI, OR Code, Tap Pay, SMS आधारित पेमेंट्स’ को bundles करता है, यानि आपको इस सभी पेमेंट प्लेटफॉर्म्स का लाभ उठा सकते है वो भी सिर्फ एक ऐप की मदद से।
राव ने कहा, “हम फंड फ्लो-आधारित underwriting कर रहे है ताकि ऐप के अंदर ही व्यापारी लोन के लिए पात्रता (eligibility) मात्रा तक पहुंच सकते है।” “राव ने कहा, व्यापारी working capital या short term loan, बिज़नेस कार्ड या बिज़नेस कार्ड पर लोन का फयदा ले सकते है।
बैंक ने 2.7 मिलियन व्यापारियों को जोड़ा है और हर महीने 100 हज़ार व्यपारिको का अधिग्रहण कर रहा है। HDFC बैंक की योजना 3 साल में 20 मिलियन व्यापारियों को जोड़ने की है। नए ऑनबोर्ड किए गए व्यापारियों में से आधे से अधिक केवल ऐप प्लेटफार्म के माध्यम से काम करते है।
बैंक vehicle लोन ग्राहकों के लिए भी भी एक अलग प्लेटफार्म लांच करेगा। “राव ने कहा, हमने ऑटोमोबाइल खरीदने की विचार प्रक्रिया को प्रभावित करने के लिए आगे और पीछे के एकीकरण को एक बड़ा विकल्प प्रदान किया है।”
बैंक ने डिजिटल ग्राहक केंद्र भी स्थापित किया है जिसका उद्देश्य एक सर्वव्यापी (omnichannel) अनुवभ देना है। यह हब ग्राहकों के प्रश्नो और शिकायतों के लिए अनुकूलित सेवाओं और प्रतिकिरियो की पेशकश करेगा।
ET ने हल ही में बताया था कि बैंक अपने मोबाइल और अन्य ऐप जैसे Payzapp और Smartbuy प्लेटफार्म को बहतर बनाएगा और जल्द ही एक डिजिटल credit catd लांच करेगा।
बैंकिंग regulator ने हल ही में HDFC बैंक के ऊपर लगे हुए डिजिटल प्रीतिबन्ध को 15 महीने बाद हटा दिया था। HDFC बैंक, 1 महीने में 200,000 से अधिक credit card जारी करता है, और RBI ने दिसम्बर 2020 में नए credit card जारी करने पर रोक लगा दी थी, ये रोक तब तक थी जब तक बैंक अपनी तकनीकी समस्याओ को ठीक नहीं कर लेता। जिसके कारण बैंक कोई भी नहीं डिजिटल पहल भी शुरू नहीं कर सका। अगस्त में RBI ने प्रतिबंधो को आंशिक रूप से हटा दिया था, जिससे बैंक को फिर नए credit card को जारी करने की अनुमति मिली।
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