इंडियन पोस्ट पेमेंट बैंक ने अपने 1.36 लाख पोस्ट ऑफिस की माध्यम से इन खातों को digital और paper less mode में खोला।
इंडियन पोस्ट पेमेंट बैंक ( IPPB ) ने ये घोषणा कर दि है की उन्होंने 5 करोड़ ग्राहकों के पूरी तरह online और digital तरीके से account open किये है और वो सिर्फ 3 commitment के अंदर, ये वो commitment है जब IPPB ने ये announce किया था की उन्हें India के Fastest Growing payment bank में से एक बनना है। और IPPB ने 5 करोड़ account open कर दिए सिर्फ 3 commitment में।
IPPB ने आपने 1.36 लाख पोस्ट ऑफिस की मदद से 5 करोड़ खातों को digital और paper less तरीके से खोला, जिसमे से 1.20 लाख ग्रामीण क्षेत्रों में खुले वो भी 1.47 लाख बैंकिंग सेवा प्रदाताओं की मदद से खोले गए, यानि घर – घर जाकर सबके खाते खोले।
इसके साथ IPPB ने 2,80,000 पोस्ट ऑफिस कर्मचारियों की ताकत का लाभ उठाते हुए financial रूप से जागरूक और सशक्त ग्राहको को आधार बनाकर दुनिया का सबसे बड़ा Digital Financial Literacy Program हासिल किया। IPPB ने आगे खा है की उसने digital banking को जमीनी स्तर पर ले लिया है, संचार मंत्रालय ने एक बयान में कहा है NPCI अपनी सेवा प्रदान करता है वो भी 13 से ज्यादा भाषाओ में RBI और UIDAI के interoperable payments और settlement system के जरिये।
जितने भी खाते खुले उसमे से 48% महिलाये खाताधारक थी और 52% पुरुष खाताधारक थे, जो की ये दर्शाता है की महिलाओ का भी रुझान अब digital दुनिया की तरफ काफी हो चुका है।
लगभग 98% महिलाओ के खाते दरवाजों पर खोले गए और 68% से अधिक महिलाये DBT का लाभ उठा रही थी।
IPPB खुलासा किया की इसने युवाओ को बैंकिंग सेवाओं का लाभ उठाने के लिए आकर्षित किया। इसलिए 41% से अधिक खाताधारक 18 से 35 वर्ष के आयु वर्ग के थे।
इंडिया पोस्ट बैंक, “हम भारत में सबसे बड़े वित्तीय समावेशन नेटवर्क ( financial inclusion networks ) में से एक बनने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जिसमें शहरी और ग्रामीण भारत दोनों शामिल हैं। 3 साल की छोटी सी अवधि में पांच करोड़ ग्राहकों तक पहुंचना, विशेष रूप से ग्रामीण भारत को लागत प्रभावी, सरल, आसान और सुरक्षित डिजिटल पारिस्थितिकी तंत्र प्रदान करने के इस मॉडल की सफलता की बात करता है। हमें खुशी है कि हम ग्रामीण महिलाओं को भी उनके दरवाजे पर बैंकिंग सेवाओं का लाभ उठाने के लिए सशक्त बना सकते हैं”, सचिव, डाक विभाग ने कहा।
IPPB के MD और CEO, वेंकटरामू ने कहा, “यह बैंक के लिए गर्व का क्षण है, क्योंकि हम इस ग्राहक आधार का निर्माण करते हुए कोविड -19 महामारी के दौरान भी निर्बाध बैंकिंग और G2C सेवाएं प्रदान करते हुए मजबूती से आगे बढ़े हैं। बैंक पूरी तरह से डिजिटल और पेपरलेस बैंकिंग प्लेटफॉर्म पर ग्राहकों को उनके दरवाजे पर सेवा देने में सक्षम है। बैंक उपयुक्त उत्पादों और सेवाओं के सहयोग और सह-निर्माण के माध्यम से ग्रामीण, कम-बैंकिंग और गैर-बैंकिंग नागरिकों की सेवा करने के लिए प्रतिबद्ध है।”