यूक्रेन पर आक्रमण के बाद प्रतिबंधों का सामना कर रहे रूस ने भारतीय स्टेट बैंक (SBI) का एक्सपोज़र एक करोड़ डॉलर से भी कम है। व्यवसायों और व्यापार के लिए निकट अवधि कि समस्याओ से बचने के लिए बैंको को सिस्टम में पहले से ही भुगतान कि प्रक्रिया को पूरा करने के लिए 10 दिन का समय मिलेगा।
पुरे सिस्टम एक्सपोज़र के लिए स्पष्टता प्राप्त करने का कार्य प्रगति पर है, बैंक (SBI) के पास छोटे लेनदेन एक्सपोज़र ( $ 10 मिलियन से कम ) है, senior bank executive ने कहा। रुसी संस्थाओ के साथ लेनदेन पर लगाए गए प्रतिबंधों के बाद, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अटके हुए भुजतानो का रास्ता खोजने के लिए कदम बढ़ाया। यह सभी बैंको से एक्सपोज़र कि प्रकृति के बारे में जानकारी एकत्र कर रहा है। Senior Bankers ने कहा की feedback के आधार पर बैंकिंग नियामक एक कार्य योजना लेकर आएगा।
समाचार एजेंसी Reuters के अनुसार, यूरोपीय संघ 7 रुसी बैंको को Society for Worldwide Interbank Financial Telecommunications ( SWIFT) मैसेजिंग सिस्टम से बाहर कर रहा है, जो यूक्रेन पर रूस के आक्रमण पर अपने प्रतिबंधो के हिस्से के रूप में global transactions को रेखांकित करता है।
बैंको को अपने स्विफ्ट परिचलन को बंद करने के लिए 10 दिनों का समय दिया जायेगा। आम तौर पर, पाइपलाइन में भुगतान प्रतिबंधों से मुक्त होते है, लेकिन सिस्टम में कोई नया नहीं डाला जा सकता है। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक (PSB) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इस तरह की छूट तब दी जय जब ईरान पर भी सख्त कदम उठाये गए।
सरकार और RBI व्यापार और व्यापार के लिए भुगतान जारी रखने के लिए तंत्र बनाने के लिए कदम उठा रहे है। रुपया-रूबल व्यवस्था के उपयोग कि खोज उन्ही प्रयासों का हिस्सा है।
PSB के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि bilateral payment mechanism की संरचना करते समय, देश को पिछले कुछ हफ्तों में रूबल के मूल्य में तेज गिरावट को देखना होगा।
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